भाभी को दिया सेक्स का मज़ा

हेलो दोस्तों मेरा नाम रोहित है मैं आपके लिए एक बार फिर लंड में से पानी निकल देने वाली कहानी लेकर आया हूँ मैंने जब मामी को चोदा तो मेरे लंड को चुदाई का पानी लग गया।

हम गाँव में रहते थे जब मैंने दसवीं की परीक्षा पास की तो मेरे माता पिता ने मुझे शहर में रहने वाले मेरे बड़े भैया के पास पढने भेज दिया।

मेरे भैया की अभी 6 महीने पहले शादी हुयी थी मेरे भैया एक मल्टी नेशनल कंपनी में काम करते थे जिस कारण वह रात को भी कभी कभी घर नहीं आते थे।

कुछ दिनों बाद मैं मेरे भैया भाभी के साथ ही शहर में रहने लगा था और यहाँ आगे की पढाई के लिए आ गया और कोचिंग करने लगा वहां मेरी दोस्ती एक लड़के से हुई।

एक दिन मैं कोचिंग नहीं गया था तो नोट्स लेने मैं मेरे दोस्त के घर गया और उसके साथ उसके रूम में बैठा था।

वो सेक्सी वीडियो देख रहा था उसमें एक लड़की को एक आदमी नंगा करके उसके बूब्स दबाने लगा बूब्स दबाते दबाते हुए वो उस लड़की को रानी कहकर पुकार रहा था।

मैं चौंक गया क्यूंकि मेरी भाभी जो कि बहुत सुंदर थी उनक नाम भी रानी था। वीडियो में उस लड़की को देखकर मुझे अपनी भाभी की याद आने लगी।

कुछ देर बाद सेक्सी वीडियो देखकर और नोट्स लेकर मैं अपने दोस्त के घर से अपने घर पहुंचा।

रात के करीब गयारह बज रहे थे मुझे बहुत देर हो चुकी थी इसलिए मैंने डोर बेल नहीं बजायी।

मैं पाईप के सहारे चढकर छत पर पंहुचा और नीचे उतर कर अपने कमरे में जाने लगा तो मेरी नज़र भैया भाभी के कमरे पर गयी।

मैंने देखा कि कमरे कि लाईट जल रही मैंने सोचा कि भैया तो गए हुए हैं और भाभी लाईट बंद करना भूल गयी।

मैं लाईट बंद करने गया तो देखा कर चौंक गया भाभी सो रही थी और उनकी साडी घुटनों से भी ऊपर थी और उनका पल्लू भी ठीक नहीं था।

मुझे भाभी की चिकनी चिकनी टांगे देख कर वीडियो वाली लड़की रानी का चेहरा याद आने लगा।

कुछ देर भाभी को घूरने के बाद मेरी उत्तेजना बढ़ने लगी सेक्सी वीडियो देखने के बाद भाभी को मेरे सामने देखकर मुझसे रहा नहीं गया। मैं उनके कमरे में घुसा भाभी अभी गहरी नींद में थी।

मैंने हिम्मत करके भाभी कि साडी ऊपर उठाने की कोशिश की और कुछ देर बाद मैंने वह ऊपर उठाई तो मैं यह देखा कर दंग रह गया कि भाभी ने नीचे चड्डी भी नहीं पहन रखी थी।

मैं उनकी उस चिकनी चूत को देखने लगा। मैंने लाईट बंद की और कमरे में से पेंसिल टॉर्च लाकर उनकी चूत को देखने लगा।

काफी देर देखने के बाद मेरा उसे किस करने का मन किया तो मैंने उस पर एक किस कर दी उनकी चूत की भीनी भीनी खुशबू ने मुझे उनकी चूत चाटने पर मजबूर कर दिया।

चूत चाटते समय मेरा लंड कड़क होकर लोहे की तरह तन गया तो मुझसे रहा नहीं गया और मैंने पेंट की जिप खोल के उसे बाहर निकाला और उसे एक हाथ से सहलाने लगा।

तभी भाभी ने नींद में मेरा लंड पकड़ लिया और कहने लगी की जानेमन आज सेक्स करने का इरादा नहीं है क्या मैंने सोचा मुझे भैया समझ रही और इस बात का फायदा उठाते हुए मैं मुह से कुछ ना बोला।

क्यूँकी मेरी पोल खुल सकती थी मैंने भाभी का ब्लाउज खोल दिया और उनके बूब्स चूसने लगा और भाभी मेरे लंड को सहला रही थी।

इसी बीच भाभी बोली देवर जी अब रहा नहीं जाता ये तुम्हारा 8” लम्बा मेरी चूत में डाल कर इस की प्यास बुझा दो।

मैं भाभी के मुह से यह सुनकर चौंक गया गया और बोला भाभी आप ने कैसे और कब जाना की ये भैया नहीं मैं हूँ।

भाभी बोली की जब तुम मेरे कमरे में आए थे मैं तब ही जान गयी थी की तुम हो दरअसल मैंने ही दरवाजा खुला छोड़ रखा था की तुम आओ।

मैंने ही जान बुझ कर अपनी साडी घुटनों से ऊपर कर रखी थी की तुम मेरी इन मस्त और चिकनी टांगो को देख कर मुझे चोदने का मन बना लो।

मैं बोला की भाभी अपने तो मुझसे तो चुदवाने की फुल प्लानिंग कर रखी थी ।

वो बोली की देवर जी अब फालतू की बाते करके अपना और मेरा समय खराब मत करो और मेरे इस मस्त हुस्न का फायदा उठाओ मैंने वैसा ही किया।

इतना कहने पर मैं भाभी के मस्त बूब्स चूसने लगा और भाभी मेरा 8’ लम्बा लंड सहलाने लगी फिर मैंने भाभी की चूत पर हाथ रखा दिया तो भाभी बोली इस में बहुत गर्मी है इसकी आग आज बुझा दो।

मैं पहले तो भाभी की चूत में ऊँगली करता रहा तो भाभी आह्ह्ह् आआह करने लगी। फिर मैंने भाभी की चूत पर मुह लगाकर उसे चाटा और जब भाभी पूरी तरह गर्म हो चुकी थी तो वह बोली की जानेमन अब मत तड़पाओ मुझे तुम्हारा यह 8’ लम्बा लंड मेरी चूत में डालो।

मैंने भाभी की चूत पर लंड रखकर जोर से झटका मारा तो भाभी चीख पड़ी आह आह धीरे करो देवर जी मैंने भाभी की एक न सुनी और 10 मिनट तक भाभी की चुदाई करता रहा।

चोदते समय मैंने भाभी से पूछ लिया की इतने सुंदर पति के होते हुआ भी आप मुझसे क्यूँ चुदवा रही हैं।

भाभी बोली की पति तो सुंदर है पर पति का लंड कोई काम का नहीं वह तो दो चार झटके में ही निकल जाता हैं।

शादी के बाद से आज अपने जिन्दगी की सबसे अच्छी चुदाई तुमसे करवाई है और मुझे आज ही सही मायनों में आज ही चुदाई का असली अर्थ आज ही मालूम पड़ा।

फिर पूरी रात हम देवर भाभी ने मिलकर जोरदार चुदाई का खेल खेला। मैंने भाभी की सुबह भी दो बार गांड मारी अब तो भाभी मेरे लंड की दीवानी हो गई हैं दोस्तों मेरी चुदक्कड भाभी मेरी रांड बन चुकी हैं ।

अब जब भी भैया काम से बाहर जाते है तो मैं भाभी को वह सुख देता हूँ जो उन्हें भैया नहीं दे पाते अब भाभी भी मुझे बहुत प्यार करती है। जब भी मौका मिलता हैं मेरे लंड से अपनी चूत को चुदवाती हैं।

 

 

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